गौरी लंकेश
ऐ गौरी लंकेश तुम्हारे न होने से
पूरी धरती शर्मिन्दा है
तुमको गोली मारने वाले
बुज़दिल हैं तुमसे डरते हैं
तुम सच्चाई का दीपक थी
ये गंदी नाली के कीड़े
हिन्दुत्वा के आतंकवादी
अंधेरे में रहने वाले
इनका डरना वाजिब भी है
प्यारी गौरी
तुमको मारने वाले सारे
धीरे धीरे मर जाएंगे
इनका मरना,मरना होगा
तुम इक सोच थी, अच्छी सोच
अच्छी सोचें कब मरती हैं
अब से लेकर जब तक ये धरती क़ायम है
"हम तुमको ज़िंदा रखेंगे"
इनआम आज़मी
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